अमृत उद्यान, जिसे पहले मुगल गार्डन के नाम से जाना जाता था, भारत के राष्ट्रपति भवन के परिसर में स्थित एक भव्य और ऐतिहासिक उद्यान है। 2023 में, ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के उपलक्ष्य में, इस उद्यान का नाम बदलकर अमृत उद्यान रखा गया। यह उद्यान भारतीय शाही और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, जो अपनी सुंदरता, विविध फूलों की प्रजातियों, और प्राचीन मुगल स्थापत्यकला से प्रेरित डिज़ाइन के लिए प्रसिद्ध है।
इतिहास:-
अमृत उद्यान की योजना ब्रिटिश वास्तुकार एडविन लुटियंस ने बनाई थी, जिन्होंने दिल्ली में राष्ट्रपति भवन की संपूर्ण योजना तैयार की थी। उद्यान का निर्माण 1917 में पूरा हुआ, और यह मुगल काल के बागों की शैली से प्रेरित है, जिसमें पानी के फव्वारे, लंबी पगडंडियाँ, और सिंचाई प्रणाली शामिल हैं। उद्यान में पश्चिमी बागवानी डिज़ाइन का भी प्रभाव है, जिससे पारंपरिक और आधुनिक शैलियों का मिश्रण दिखाई देता है।
रचना:-
अमृत उद्यान लगभग 15 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, और इसकी रचना कई खंडों में की गई है, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:
1.मुख्य मुगल गार्डन: उद्यान का मुख्य भाग, जो पारंपरिक मुगल स्थापत्यकला पर आधारित है। यहाँ पानी के फव्वारे, लंबी पगडंडियाँ, और चारबाग शैली की विभाजित रचना है। यह भाग विभिन्न प्रकार के फूलों से सुसज्जित है, जो इसे अत्यंत आकर्षक बनाते हैं।
2.सर्कुलर गार्डन (मोतियों का बगीचा): यह उद्यान का एक प्रमुख आकर्षण है, जहाँ विभिन्न रंगों के फ्लॉक्स, गेंदा, स्टॉक, वायोला, पैंसी, स्वीट विलियम, क्लार्किया, और एलिसम जैसे सुगंधित फूलों की प्रजातियाँ लगाई गई हैं। इस गोलाकार बगीचे के केंद्र में एक बबल फाउंटेन है, जो इसकी शोभा को बढ़ाता है।
3.लॉन्ग गार्डन: यहाँ बेलों से ढकी हुई सुंदर छतरियाँ हैं, जो विभिन्न प्रकार के गुलाबों और मौसमी फूलों से सजी होती हैं।
4.स्पिरिचुअल गार्डन: इस भाग में तुलसी, मेंहदी, और अन्य धार्मिक महत्व के पौधे लगाए गए हैं, जो आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराते हैं।
5.सेंसरी गार्डन/टेक्टाइल गार्डन: यहाँ विभिन्न बनावट और सुगंध वाले पौधे लगाए गए हैं, जो इंद्रियों को जागृत करते हैं।
6.आरोग्य वनम्: इस खंड में औषधीय पौधों का संग्रह है, जो आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोगी हैं।
शैक्षिक नवाचार:-
अमृत उद्यान में पौधों की पहचान के लिए क्यूआर कोड लगाए गए हैं, जिससे आगंतुक पौधों के वनस्पतिक नाम और अन्य विवरण सहित प्रत्येक प्रजाति के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह अभिनव दृष्टिकोण न केवल आगंतुकों की सहभागिता को बढ़ाता है, बल्कि एक शैक्षणिक माध्यम के रूप में भी कार्य करता है, जिससे उद्यान में विविध प्रकार के पौधों के जीवन के बारे में जागरूकता और महत्व को बढ़ावा मिलता है।
वार्षिक फुलों का महोत्सव:-
प्रत्येक वर्ष फरवरी से मार्च के बीच, अमृत उद्यान को आम जनता के लिए खोला जाता है। इस अवधि में, उद्यान में वार्षिक फुलों का महोत्सव आयोजित किया जाता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के फूलों की आकर्षक प्रदर्शनी होती है। गुलाब, ट्यूलिप, लिली, और अन्य आकर्षक फूलों की प्रजातियाँ इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण होती हैं।
प्रवेश और समय:-
अमृत उद्यान 2 फरवरी से 30 मार्च, 2025 तक आम जनता के लिए खुला रहेगा। लोग सप्ताह में छह दिन, मंगलवार से रविवार तक, सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच उद्यान में घूम सकते हैं। सोमवार को रखरखाव के लिए उद्यान बंद रहता है। प्रवेश और निकास राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 35 से होगा, जो नॉर्थ एवेन्यू और राष्ट्रपति भवन के बीच स्थित है। आगंतुकों की सुविधा के लिए, केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन से गेट नंबर 35 तक शटल बस सेवा सुबह 9.30 बजे से शाम 6 बजे के बीच हर 30 मिनट में उपलब्ध होगी।
विशेष श्रेणियों के लिए विशेष दिन:-
26 मार्च: दिव्यांग व्यक्तियों के लिए
27 मार्च: रक्षा, अर्धसैनिक और पुलिस बलों के कर्मियों के लिए
28 मार्च: महिलाओं और आदिवासी महिला स्व-सहायता समूहों के लिए
29 मार्च: वरिष्ठ नागरिकों के लिए
1. क्या अमृत उद्यान में प्रवेश निःशुल्क है?
हाँ, अमृत उद्यान में प्रवेश पूरी तरह निःशुल्क है। लेकिन आगंतुकों को आधिकारिक वेबसाइट (visit.rashtrapatibhavan.gov.in) पर जाकर पहले से बुकिंग करानी होती है। वॉक-इन एंट्री भी उपलब्ध है।
2. अमृत उद्यान की विशेषता क्या है?
अमृत उद्यान अपनी मुगल और ब्रिटिश शैली की बागवानी, दुर्लभ फूलों की प्रजातियों और सुंदर फव्वारों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ सर्कुलर गार्डन, स्पिरिचुअल गार्डन, सेंसरी गार्डन और आरोग्य वनम् जैसे कई अनोखे बगीचे हैं। इसके अलावा, हर साल फरवरी-मार्च में इसे आम जनता के लिए खोला जाता है, जब यहाँ फूलों की खूबसूरत प्रदर्शनी लगती है।
3. क्या राष्ट्रपति भवन और अमृत उद्यान एक ही हैं?
अमृत उद्यान, राष्ट्रपति भवन के परिसर का ही एक हिस्सा है। राष्ट्रपति भवन एक विशाल परिसर है, जिसमें कई अन्य संरचनाएँ और उद्यान शामिल हैं, जिनमें अमृत उद्यान सबसे प्रमुख और लोकप्रिय उद्यान है!
अमृत उद्यान को पहले “मुगल गार्डन” के नाम से जाना जाता था। जनवरी 2023 में इसका नाम बदलकर “अमृत उद्यान” कर दिया गया, जो “आजादी का अमृत महोत्सव” के उपलक्ष्य में किया गया एक प्रतीकात्मक परिवर्तन था।