भारतीय राजनीति के मंच पर कई युवा नेता उभर रहे हैं, लेकिन उनमें से एक नाम जो विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करता है, वह है Raghav Chadha। दिल्ली के एक साधारण परिवार में जन्मे राघव ने अपनी मेहनत, समर्पण और बुद्धिमत्ता के बल पर राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। हालांकि, उनकी यात्रा केवल सफलता की कहानियों से भरी नहीं है; इसमें विवादों और चुनौतियों का भी हिस्सा रहा है।
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प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:-
11 नवंबर 1988 को दिल्ली में जन्मे Raghav Chadha के पिता का नाम सुनील चड्ढा और माता का नाम अलका चड्ढा है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड से पूरी की। इसके बाद, उन्होंने श्री वेंकटेश्वर कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। चार्टर्ड अकाउंटेंसी की पढ़ाई के लिए उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) में दाखिला लिया और 2011 में सीए की डिग्री हासिल की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ईएमबीए की डिग्री भी प्राप्त की।
करियर की शुरुआत:-
शिक्षा पूरी करने के बाद, राघव ने डेलॉइट, ग्रांट थॉर्नटन और श्याम मालपानी जैसी प्रतिष्ठित फर्मों के साथ काम किया। हालांकि, उनका झुकाव सामाजिक सेवा और राजनीति की ओर था। 2011 में, जब अन्ना हजारे का भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन अपने चरम पर था, Raghav Chadha ने इसमें सक्रिय रूप से भाग लिया और यहीं से उनकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत हुई।
राजनीतिक सफर:-
2012 में,Raghav Chadha आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हुए और जल्द ही पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने, जिससे वे पार्टी के सबसे युवा प्रवक्ता बन गए। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में, उन्होंने पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2020 में, उन्होंने राजेंद्र नगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद, उन्हें दिल्ली जल बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2022 में, राघव को पंजाब से राज्यसभा सांसद के रूप में नामित किया गया, जिससे वे सबसे कम उम्र के राज्यसभा सांसदों में से एक बन गए।
विवाद और चुनौतियाँ:-
राघव चड्ढा की राजनीतिक यात्रा में कई विवाद भी शामिल रहे हैं। 2023 में, उन पर राज्यसभा में पेश किए गए एक प्रस्ताव में बिना सहमति के सांसदों के नाम शामिल करने का आरोप लगा, जिसके परिणामस्वरूप उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन की शिकायत दर्ज की गई।
इसके अलावा, उन्हें एक बड़े बंगले के आवंटन को लेकर भी विवादों का सामना करना पड़ा। राज्यसभा सचिवालय ने उन्हें टाइप-7 बंगला आवंटित किया था, जबकि नियमों के अनुसार, वे टाइप-5 बंगले के पात्र थे। इस मुद्दे पर उन्हें अदालत में भी जाना पड़ा।
निजी जीवन:-
Raghav Chadha का निजी जीवन भी चर्चा में रहा है। 2023 में, उनकी और अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा की शादी की खबरें मीडिया में छाई रहीं। उदयपुर के लीला पैलेस में एक भव्य समारोह में दोनों ने विवाह किया, जिसमें परिवार और करीबी मित्र शामिल हुए।
समर्थन और आलोचना:-
Raghav Chadha की राजनीतिक यात्रा में उन्हें जहां एक ओर युवाओं का समर्थन मिला है, वहीं दूसरी ओर उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा है। उनकी कार्यशैली, विवादों में घिरना और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा पर सवाल उठाए गए हैं। हालांकि, उन्होंने हर चुनौती का सामना दृढ़ता से किया है और अपनी राजनीतिक यात्रा को आगे बढ़ाया है।
YOUTUBE:-https://youtu.be/Q7iM8XpZtCI?si=zRGKsGmNm4SDA7T0
Raghav Chadhaकी कहानी एक युवा नेता की है, जिसने अपनी मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प के बल पर राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। हालांकि उनकी यात्रा में विवाद और चुनौतियाँ रही हैं, लेकिन उन्होंने हर बार अपने आलोचकों को गलत साबित किया है और अपने समर्थकों का विश्वास जीतने में सफल रहे हैं। उनकी कहानी प्रेरणादायक है और यह दिखाती है कि यदि इरादे मजबूत हों, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।